गौरीगंज, जून 23 -- शुकुल बाजार। तिवारीपुर स्थित कुडुवासुर महादेव मंदिर में चल रही श्रीराम कथा के छठे दिन सोमवार को कथा वाचक सुख चेतन महाराज ने भगवान श्रीराम के वन गमन का वृतांत सुनाया। उन्होंने मंथरा दासी का उदाहरण देते हुए कहा कि कुसंग का परिणाम हमेशा भयंकर होता है। मंथरा के कहने पर माता कैकेयी ने महाराज दशरथ से अपने दो वरदान मांगे। जिन्हें सुनकर महाराज दशरथ व्याकुल हो गए। जब राम पिता महाराज दशरथ की दशा देखते हैं तो वह भी रो पड़ते हैं और माता कैकेयी से कहते हैं कि वह बेटा भाग्यशाली होता है जो अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करता है।

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