गोरखपुर, मई 20 -- तेज एवं विश्वसनीय परिवहन व्यवस्था राष्ट्र के निर्माण की नींव होती है। इतिहास साक्षी है कि विकास की रफ्तार उन स्थानों पर तेज रही है, जहां आवागमन की अच्छी सुविधा उपलब्ध रहती है। भारत के सबसे प्राचीन नगरों की बात करें तो वे सभी महत्वपूर्ण नदियों के किनारे स्थित थे, उदाहरण स्वरूप गंगा नदी के तट पर पाटलीपुत्र एवं काशी, क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित उज्जयिनी, जिसे उज्जैन के नाम से जानते हैं, सरयू नदी के किनारे स्थित कोशल राज्य इत्यादि। इन नगरों के विकसित होने का मुख्य कारण उस समय की महत्वपूर्ण परिवहन व्यवस्था से जुड़ा होना था, इन नदियों पर स्थित बंदरगाहों पर अनेक राज्यों से व्यापारी व्यवसाय के लिए आते, जिससे यह स्थान उस समय काल मे बड़े व्यापारिक केंद्र के रूप मे विकसित हुए, जिसके फलस्वरूप इन नगरों की अर्थव्यवस्था काफी अच्छी थी। स...