नई दिल्ली, जुलाई 23 -- अरुण कुमार,वरिष्ठ अर्थशास्त्री आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रबंध निदेशक और सीईओ चंदा कोचर अपीलीय ट्रिब्यूनल में रिश्वत लेने की दोषी पाई गई हैं, जो बताता है कि बैंकिंग व्यवस्था में कालेधन ने किस कदर घुसपैठ कर ली है। कोचर पर आरोप है कि उन्होंने एक कारोबारी समूह को 300 करोड़ रुपये का ऋण जारी करने के बदले में उससे 64 करोड़ रुपये रिश्वत में लिए। हालांकि, अभी इस मामले में लंबी न्यायिक प्रक्रिया बाकी है, लेकिन यदि कोचर को सजा मिलती है, तब भी यह नहीं कहा जा सकेगा कि इससे कालेधन पर कोई बड़ी चोट पड़ी है। ऐसा क्यों? दरअसल, आजादी मिलने के बाद से करीब 30-40 कमेटियों, आयोगों और संसदीय समितियों ने कालेधन पर अध्ययन किया है और उन सभी ने हजारों सुधार-उपायों की सिफारिशें की हैं। उनकी सैकड़ों सिफारिशें लागू भी की गई हैं, जैसे- आयकर की दर...