देहरादून, जुलाई 8 -- भारतीय मानक ब्यूरो (बीएसआई) के 'मानक मंथन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि अब प्लास्टिक पैकेजिंग से हटकर हरित विकल्पों की ओर बढ़ने की जरूरत है। उत्तराखंड जैवविविधता से परिपूर्ण राज्य है, यहां प्लास्टिक और गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्री का प्रभाव अधिक है, इसलिए पर्यावरण-अनुकूल पैकेजिंग अब एक विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता है। दून के होटल रेजेंटा में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि मानक केवल गुणवत्ता तक सीमित नहीं होते हैं, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और टिकाऊ विकास के उद्देश्य से भी जुड़े हुए होते हैं। कहा कि राज्य सरकार उद्योगों को हरित तकनीक अपनाने के लिए नीति, प्रशिक्षण और सहायता योजनाएं उपलब्ध करा रही है। उन्होंने उद्योगों से अपील की है कि वे बीएसआई के साथ मिलकर पर्याव...