पीलीभीत, अप्रैल 23 -- अब तराई की जमीन पर गन्ने की खेती के साथ चुकंदर की सह फसली खेती की जाएगी। इसके लिए होमवर्क शुरू कर दिया गया है। चुकंदर की सह फसली खेती से किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो भविष्य में फायदे की खेती के रूप में विकसित हो सकेगी। चुकंदर की खेती से मिठास बढ़ेगी। यह फसल 90 से 120 दिन में तैयार हो जाती है। इस संबंध में राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कानपुर की निदेशक ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों को जानकारी दी है। गन्ना भवन में डीसीओ खुशीराम की अध्यक्षता में गन्ने के साथ चुकंदर की खेती के संबंध में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद के प्रगतिशील किसानों को जानकारी दी गई। यह जानकारी राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर की निदेशक ने दी है। निदेशक डॉ.सीमा परोहा ने बताया कि गन्ने के साथ चुकंदर की खेती गन्ना किसान...