अलीगढ़, नवम्बर 12 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। बच्चों का वक्त अब मोबाइल की चमकती स्क्रीन पर नहीं, किताबों के पन्नों पर गुजरेगा। प्रदेश सरकार ने एक अनूठी पहल की है, जिसके तहत स्कूलों में विभिन्न प्रतियोगिताओं और आयोजनों में अब बच्चों को ट्रॉफी या स्मृति चिह्न की जगह किताबें दी जाएंगी। इसका मकसद है, बच्चों में पढ़ने की रुचि बढ़ाना और स्क्रीन टाइम घटाना। डिजिटल दौर में बच्चों का झुकाव जहां मोबाइल, टैबलेट और टीवी की ओर तेजी से बढ़ा है, वहीं सरकार ने शिक्षा के साथ संस्कार जोड़ने की दिशा में कदम बढ़ाया है। प्राइमरी से लेकर इंटर तक के विद्यालयों में अब पुरस्कार स्वरूप किताबें दी जाएंगी। यह किताबें सिलेबस से बाहर की होंगी ताकि बच्चे साहित्य, विज्ञान और सामान्य ज्ञान की रोचक दुनिया से रूबरू हो सकें। इसके साथ ही स्कूलों के पुस्तकालयों में भी नई कित...