बगहा, जून 30 -- बेतिया, बेतिया प्रतिनिधि। जन सुराज के बिहार बदलाव यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने रविवार को पश्चिम चंपारण के बैरिया में कहा कि मैं पिछले 3 सालों से बिहार के गांव-गांव में घूम रहा हूं लेकिन बच्चों के शरीर पर सूती कपड़ा या पैरों में चप्पल नहीं है। इसीलिए आपको अपने बच्चों की चिंता करनी है, कोई नेता आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार के लोगों को लालू जी से सीखना चाहिए कि बच्चों की चिंता क्या होती है। उन्होंने कहा कि लालू जी का बेटा 9वीं पास भी नहीं किया है, फिर भी वह चाहते हैं कि उनका बेटा राजा बने। वहीं दूसरी तरफ बिहार के लोग जिनके बच्चे मैट्रिक, बीए, एमए, कर चुके हैं, फिर भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो दिसंबर 2025 से 60 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्य...