नई दिल्ली, जून 14 -- भांजे की खातिर उत्तर प्रदेश के एक मंत्री इन दिनों अपने भांजे को लेकर खासे चर्चा में हैं। ये मंत्री एक महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, जो काफी संघर्ष के बाद उन्हें मिला है। लेकिन विभाग मिलते ही मंत्री जी ने किसी की भी परवाह नहीं की और नियमों को ताक पर रखकर अपने विभाग में लाइसेंस बनाने का कार्य अपने भांजे को सौंप दिया। जबकि यह कार्य जिला स्तर के अधिकारियों का है। इतना ही नहीं, लोगों को जिले से बाहर 40 किलोमीटर दूर भांजे के पास प्रमाण पत्र लेने के लिए जाना पड़ता है, जिसके बाद लाइसेंस मिलता है। जिले के अधिकारी मुंह ताकते रह गए और भांजे का धंधा चल निकला है। प्रमाण पत्र जारी करने के लिए भांजे महोदय खासी वसूली करते हैं जिसकी गूंज ऊपर तक होने लगी है। ऐसे में अब नजरें इस बात पर लगी हैं कि मंत्री जी के भांजे का यह...