लोहरदगा, मई 3 -- लोहरदगा, संवाददाता।श्रम कोड, निजीकरण, ठेकेदारी प्रथा बंद होनी चाहिए। वास्तविक मजदूरी की वृद्धि में भी गिरावट जारी है। बड़े पैमाने पर सभी सेक्टर में आज नियुक्ति के अवसर कम हो रहे हैं। यह बातें समाहरणालय मैदान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर श्रमिकों-कर्मियों की सभा को संबोधित करते हुए एक्टू नेता महेश कुमार सिंह ने कहीं। महेश सिंह ने कहा कि देश के मजदूर, किसान, मेहनतकश त्रस्त हैं। इन सबके खिलाफ मेहनतकश की एकता को मजबूत करने की जरूरत है। इन्होंने वैधानिक न्यूनतम मजदूरी 35000 रुपए और पेंशन 18000 रुपए करने पर बल दिया। झापसा के प्रदेश अध्यक्ष डा शैलेन्द्र सुमन ने कहा कि आज नई शिक्षा नीति के नाम पर शिक्षक, कर्मचारियों और अधिकारियों के ऊपर दमन बढ़ता जा रहा है। डिजिटल क्रांति और आनलाइन शिक्षा के नाम पर 12 घंटे तक का...