गंगापार, जून 26 -- गांवों में बने सामुदायिक शौचालय प्रशासनिक उपेक्षा और जिम्मेदारों के लापरवाही के चलते अनुपयोगी हो गांव की शोभा बढ़ा रहे हैं। लाख शिकायतों के बाद भी समुदायिक शौचालयों का ताला नहीं खुल सका। पहले की तरह आज भी शौचालयों में ज्यों के त्यों ताले लटक रहे हैं। गांवों में बने शौचालयों में न तो सीट बैठाई गई है और न ही पानी की व्यवस्था ही गई है। शौचालयों में पूरे समय ताला लटकता रहता है। परिणाम स्वरुप गांव के लोग आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर है। इसका जीता जागता उदाहरण विकासखंड मेजा के ग्राम पंचायत कौहट में बनाया गया सामुदायिक शौचालय है। जिसमें आज तक न ही सीट बैठाई गई है और न ही पानी की उचित व्यवस्था ही की गई है। गांव निवासी सचिन पाल ने बताया कि गांव से लेकर तहसील प्रशासन तक कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी आज तक किसी जिम्मेदार ने...