संतकबीरनगर, मई 17 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में आज की भागदौड़ की जिंदगी में लोगों की अनियमित जीवनशैली व टेंशन बीपी के मरीजों की संख्या बढ़ा रहा है। हाल यह है कि कम उम्र के लोग भी बीपी का शिकार हो रहे हैं। अस्पताल में आने वाले मरीजों में 100 में से 20 लोगों को बीपी की समस्या रहती है। संयमित जीवन शैली व समय से गहरी नींद बीपी में राहत देने के लिए दवा का काम करेगी। जिला चिकित्सालय के फिजीशियन डा. मॉज फारूकी ने बताया कि आज लोगों को जीवन शैली इतनी भाग दौड़ वाली हो गई है कि लोग ब्लडप्रेशर का मरीज हो जा रहे हैं। पहले यह बीमारी 45-50 साल के ऊपर के लोगों को होती थी। अब यह 30 साल के लोगों को भी हो रही है। इसके पीछे कारण लोगों की दिनचर्या का बिगड़ना है। आज भाग दौड़ की जिंदगी में लोग घर का बना संतुलित भोजना का प्रयोग कम कर रहे है...