गाज़ियाबाद, जुलाई 12 -- ट्रांस हिंडन। अर्थला में लगभग तीन करोड़ रुपये की लागत से बना पूर्वांचल भवन बदहाल होता जा रहा। यह भवन एक साल पहले बनकर तैयार हो गया था, लेकिन नगर निगम की अनदेखी के चलते यह भवन वीरान पड़ा है। इससे लोगों को परेशानी हो रही। पूर्वांचल भवन तैयार होने के बाद नगर निगम ने इसके संचालन का काम निजी हाथों में देने की योजना बनाई तो लोगों ने विरोध किया। लोगों का कहना था कि इससे समाजिक भावनाएं जुड़ी हैं। यह भवन सांस्कृतिक प्रतीक है, जहां पूर्वांचल समाज के लोग अपने धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और सेवा से जुड़े कार्यक्रम आयोजित कर सकें। इसे निजी हाथों में देने पर यह एक व्यवसाय का जरिया बन जाएगा। इसीलिए भवन को निजी हाथों में देने की प्रक्रिया ठंडे बस्ते में डाल दी गई। इसके बाद से ही भवन बंद पड़ा है। स्थानीय निवासी संजय शुक्ला ने बताय...