लखनऊ, अगस्त 3 -- गहोई वैश्य सेवा समिति की ओर से राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की 139वीं जयंती धूमधाम से गोमती नगर के एफिल क्लब में मनी। यहां एक सत्र में कवि सम्मेलन व दूसरे में विचार संगोष्ठी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं। यहां वक्ताओं ने राष्ट्रकवि गुप्त के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विचार रखे। नई पीढ़ी को साहित्य से जोड़ने और राष्ट्रकवि मैथिलीशरण से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की जरुरत बताई। कवि सम्मेलन में श्वेता शुक्ला ने मुझे फर्ज अपने निभाना है, लेकिन किसी की निगाहों में आना नहीं है..., गोपाल ठहाका ने होगा आज धमाल नगरी में रसखान की आया है गोपाल..., अशोक गुप्त अचानक ने अजनबी सा शहर अब लगने लगा है, हवाओं में भी जहर लगने लगा है... सरीखी पंक्तियां सुनाकर अपनी कविताओं पर खूब तालियां बटोरीं। विनोद कुमार गुप्ता भावुक, शिवमंगल सिंह मंगल समेत कानपुर स...