सहारनपुर, मई 1 -- देवबंद अक्षय तृतीया पर्व के अवसर पर श्री दिगंबर जैन मंदिर बाहरा में भक्तांबर विधान का आयोजन किया। इस दौरान विधान से पूर्व इंद्रों ने जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव का अभिषेक, शांतिधारा और नित्य नियम पूजन किया। णमोकार महामंत्र जैन सभा के तत्वावधान में बुधवार को शांतिधारा करने का सौभाग्य ऋषभ जैन, भक्तांबर विधान के मांडले के चारों ओर कलश स्थापित सौभाग्य सविता जैन, उषा जैन, सरिता जैन, सुनीता जैन और मेन मंगल कलश स्थापित संगीता जैन और अखंड दीपक स्थापित करने का सौभाग्य अंजलि जैन को प्राप्त हुआ। संस्थापक अंकित जैन ने बताया कि अक्षय के दिन जैन समाज के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव को 6 महीने तक बिना अन्न और जल के रहने के बाद गन्ने के रस से आहार हुआ था। इसलिए यह पर्व जैन समाज के लिए महत्वपूर्ण है। अध्यक्ष अंकित जैन (वर्तमान हैंडलूम) ने...