रायबरेली, मई 2 -- रायबरेली, संवाददाता। अक्षय तृतीया के अवसर श्री भगवान विष्णु जी के छठवें अवतार भगवान परशुराम ने माता रेणुका के पांचवे पुत्र के रूप में जन्म लिया। भगवान शिव कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान ने उन्हें परसु भेंट किया था। उक्त विचार सागरा पीठाधीश्वर मौनी महाराज एवं जयपुर से पधारी महामंडलेश्वर डॉ. अनीता योगेश्वरी गिरी जी ने श्रद्धालुओं को वृत्तांत सुनाते हुए कही। श्री परशुराम ब्रह्म चेतना परिषद उत्तर प्रदेश की ओर से आयोजित भगवान परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम रिफॉर्म क्लब लॉन में बहुत धूमधाम से मनाया गया। परिषद के प्रदेश अध्यक्ष पंडित राकेश तिवारी एवं मंडल अध्यक्ष राजेंद्र अवस्थी ने महाराज जी को अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। पंकज मिश्रा, शैलेंद्र अग्निहोत्री, योगेश मिश्रा ने महामंडलेश्वर को अंग वस्त्र पुष्प माल...
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