रांची, सितम्बर 13 -- रांची, प्रमुख संवाददाता। हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा के पांच दिवसीय उर्स के तीसरे दिन शनिवार की सुबह से जायरीन की भीड़ बाबा के दरगाह पर पहुंची। अकीदतमंद ने रेशमी और फूल के चादर बाबा के मजार पर पेश किए। वहीं, रात 9 बजे बाबा के मजार पर खानकाही कव्वाली शुरू हुई, जो देर रात तक चली। कैसर जानी, बड़े नवाब, जबीउल्लाह जानी, आजाद अली वारसी ने बाबा की शान में नज्म पेश किए। कव्वाल ने बाबा की शान में कहा कि नक्शा तेरा दिशकश सूरत तेरी प्यारी है, जिस-जिस ने तुझे देखा सौ जान वारी...। अरे वो दिवानों ये देखो, ये देखो मोहम्मद की सवारी आ रही है, फरिश्ते अदब से हैं सिर झुकाए, नबी की सवारी चली आ रही है...। नज्म को सुनते ही अकीदतमंद झुमने पर मजबूर हो गए। इस दौरान दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अय्यूब गद्दी, उपाध्यक्ष रिजवान, बेलाल, सचिव जावेद अन...