बहराइच, जुलाई 2 -- बहराइच, संवाददाता। शहर के सैय्यदबाड़ा स्थित इमामबाड़ा नवाब साहब में हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व अन्य शहीदाने करबला की याद में एक मजलिस का आयोजन हुआ। मजलिस को मौलाना हसनैन ने खिताब किया। मजलिस के बाद इमामबाड़े में ही हजरत अब्बास अलैहिस्सलाम का अलम उठाया। मजलिस में मौलाना के खेताब से पहले जीशान रिजवी, फिदा अब्बास ने सोजख्वानी की। मौलाना हसनैन ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने इराक के तत्कालीन क्रूर शासक यजीद के शासन - सत्ता का समर्थन नहीं किया। वह इमाम हुसैन से बैयत चाहता था। ईमान ने उसके जुल्म व मानवता विरोधी कार्यों का समर्थन नहीं किया। यही वजह रही कि चौदह साल पहले करबला के मैदान में इमाम हुसैन उनके परिवार व अन्य साथियों समेत 72 लोगों को बेरहमी से शहीद कर दिया। बच्चों व महिलाओं को कैद करके यातनाएं दी। यही वजह है कि उन पर हु...