कोटा , नवम्बर 28 -- राजस्थान में कोटा-बून्दी सहित हाड़ौती क्षेत्र में पशुपालन और डेयरी क्षेत्र को मजबूती देने की दिशा में केंद्र सरकार ने कोटा में नए पशु आहार संयंत्र ( सीएफपी) की स्थापना को मंजूरी दे दी है।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से स्वीकृत यह संयंत्र क्षेत्र के पशुपालक किसानों के लिए महत्वपूर्ण सौगात है। करीब 71 करोड़ 22 लाख रुपए की लागत से बनने जा रहा यह संयंत्र राज्य का आठवां पशु आहार संयंत्र होगा, जो आधुनिक तकनीक और उच्च पोषण मानकों से सुसज्जित रहेगा। गत 27 नवम्बर को हुई बैठक में परियोजना को करीब 68 करोड़ रूपए की केंद्रीय सहायता के साथ मंजूर किया गया है। शेष राशि राज्य सरकार और संबंधित एजेंसियों द्वारा वहन की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि नया संयंत्र प्रतिदिन 150 टन उत्पादन क्षमता के साथ बनाया जाएगा, जिसे आगे बढ़ाकर 300 टन प्रतिदिन तक किया जा सकेगा। संयंत्र में 25 टन बाईपास प्रोटीन, 12 टन मिनरल मिक्सर और 400 टन कच्चा माल संग्रहण की सुविधा होगी। यह संयंत्र दो वर्षों में तैयार हो जाएगा और तीसरे वर्ष से इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा। यह राज्य का सबसे आधुनिक तकनीक का यह संयंत्र होगा। वर्ष 1980 के दशक के संयंत्रों की तुलना में उन्नत तकनीक और बेहतर ऊर्जा दक्षता पर आधारित होगा।
सू्त्रों ने बताया कि संयंत्र की स्थापना से हाड़ौती क्षेत्र के पशुपालकों को कम लागत पर उच्च गुणवत्ता वाला पोषण युक्त पशु आहार उपलब्ध होगा। गुणवत्तापूर्ण आहार मिलने से पशुओं का स्वास्थ्य सुधार होगा और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि आएगी। इससे डेयरी उद्योग को गति मिलेगी और किसानों की आय में प्रत्यक्ष बढ़ोतरी होगी, साथ ही नए रोजगार सृजन होंगे। वर्तमान में राज्य में गुणवत्तापूर्ण पशु आहार की उपलब्धता आवश्यकता से करीब 40 प्रतिशत तक कम है। नया संयंत्र इस कमी को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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