लखनऊ , नवम्बर 1 -- मध्य एवं दक्षिण अमेरिका तथा कैरिबियन के 21 देशों से आए 45 सदस्यीय राजनयिक प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ का दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में निवेश संभावनाओं को तलाशने के साथ समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव करना था।
प्रतिनिधिमंडल के साथ विदेश मंत्रालय की संयुक्त सचिव अनीता शुक्ला और एसएसआईएफएस की संकाय सदस्य डॉ ऋतिका शर्मा भी मौजूद रहीं। शनिवार को राजनयिकों ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) लखनऊ का भ्रमण किया, जहां उन्होंने शिक्षकों और छात्रों से नवाचार, नेतृत्व विकास तथा उद्यमिता संबंधी पहल पर चर्चा की। बातचीत में छात्र विनिमय कार्यक्रमों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसे उभरते क्षेत्रों को शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में शामिल करने पर भी विचार-विमर्श हुआ। प्रतिनिधिमंडल का स्वागत प्रो. संजय के. सिंह, डीन (प्रोग्राम्स), और प्रो. मधुमिता चक्रवर्ती, चेयरपर्सन (एमडीपी) द्वारा किया गया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की। कुलपति प्रो. जे.पी. पांडेय और कुलसचिव श्रीमती रीना सिंह ने विश्वविद्यालय में चल रही अत्याधुनिक पहल जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबर सुरक्षा, रोबोटिक्स और नैनो टेक्नोलॉजी की जानकारी दी, जो प्रदेश में नवाचार और उद्योग-शैक्षणिक साझेदारी के बढ़ते पारिस्थितिकी तंत्र को दर्शाती है।
प्रतिनिधिमंडल ने एचसीएल आईटी सिटी का भी भ्रमण किया, जहां उन्होंने 11 हजार से अधिक पेशेवरों को रोजगार देने वाले प्रदेश के तेजी से विकसित होते डिजिटल और आईटी पारिस्थितिकी तंत्र का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने तकनीकी और डिजिटल नवाचार में सहयोग की संभावनाओं पर विचार किया।
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