सहारनपुर , दिसंबर 22 -- नई दिल्ली के अक्षरधाम से देहरादून का सिक्स-लेन 210 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य 20 जनवरी तक पूरा हो जाएगा।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के बागपत से सहारनपुर चरण के परियोजना निदेशक नरेंद्र सिंह ने सोमवार को बताया कि मुजफ्फरनगर के करौंदा महाजन के गांव के पास कुछ कार्य अभी जारी है और सहारनपुर में बड़गांव क्षेत्र में देवबंद-नानौता मार्ग पर कुछ कार्य बचा हुआ है जो दोनों काम 15 से 20 जनवरी 2026 तक पूरा हो जाएगा। उधर सहारनपुर से देहरादून अंतिम चरण में डाटकाली मंदिर के पास हाइवे के ऊपर करीब 500 मीटर लंबा यू-टर्न वाला ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। इसका कार्य 15-20 दिन में पूरा हो जाएगा।

उन्होने बताया कि इस तरह से दिल्ली से देहरादून के 210 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण की सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी। अब इसका उद्घाटन होना शेष रह जाएगा।

केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी बार-बार इस हाइवे के उद्घाटन के बारे में तारीखें बदलते रहें और अब अंतिम रूप से उन्होंने यह घोषणा कर दी है कि 20 जनवरी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी इस हाइवे का उद्घाटन करने को तैयार हो जायेंगे। यह हाइवे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। इस हाइवे के निर्माण पर करीब 12 हजार करोड़ रूपए की लागत आई है। यह महत्वकांक्षी परियोजना पर्यावरण के लिए पूरी तरह से अनुकूल है।

परियोजना के क्षेत्रीय अधिकारी मोहम्मद शफी जो इन दिनों विदेश यात्रा पर हैं,ने फोन पर यूनीवार्ता संवाददाता से कहा कि इस राजमार्ग के निर्माण में समय-समय पर कई तरह की रूकावटें व बाधाएं सामने आईं जिनमें कई स्थानों पर किसानों द्वारा भूमि अधिग्रहण को लेकर दिक्कतें पेश आईं। कुछ स्थानों पर किसानों ने आंदोलन और धरने-प्रदर्शन किए। दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हाइवे की नींव रखी थी और अगस्त 2022 में इस परियोजना पर काम शुरू हुआ।

मोहम्मद शफी के मुताबिक अंतिम बार इस परियोजना के अक्टूबर 2025 में शुरू किए जाने की घोषणा की गई थी लेकिन अनेकानेक कारणों से उद्घाटन की समयावधि बढ़ती गई। अब केवल 20-25 दिन का काम बाकी रह गया है और यह केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी पर निर्भर करता है कि 20 जनवरी 2026 के बाद वह कब इसको खोलने की प्रक्रिया पूरी कराते हैं। पहले महीने इस मार्ग पर कोई टोल नहीं लगेगा और टोल शुल्क कितना होगा यह बिंदु अभी विचाराधीन है। यह सड़क मार्ग छह लेन है, लेकिन खास बात यह है कि इसको आठ लेन का आसानी से किया जा सकेगा। इसकी इसमें गुंजाईश रखी गई है।

इस मार्ग को चार चरणों में बांटा गया है। पहले चरण में शामिल अक्षरधाम से बागपत के 32 किलोमीटर लंबे मार्ग को परीक्षण के लिए खोल दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के एक अधिकारी ने आज बताया कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर अगले वर्ष फरवरी में वाहन फर्राटें भरने लगेंगे। इसकी प्रबल संभावना है।

सहारनपुर से देहरादून मार्ग पर राजाजी नेशनल पार्क के ऊपर 12 किलोमीटर लंबा एलीवेटेड कोरीडोर जिसे वन्य जीव गलियारा भी कहते हैं, आकर्षक का मुख्य केंद्र है। वजह इस गलियारे के नीचे वन्य जीव और हाथियों के लिए कई अंडरपास बनाए गए हैं। इस ऐलीवेटेड कोरीडोर से गुजरते हुए यात्री नीचे वन्य जीवों का स्वतंत्रता पूर्वक भ्रमण करते हुए देखने का लुत्फ उठा सकेंगे। इस हाइवे के शुरू हो जाने से दिल्ली-मेरठ (एनएच-9) हाइवे पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। इस हाइवे से पर्यटन और व्यापार दोनों को बढ़ावा मिलेगा। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों और तीर्थ स्थलों तक दूरस्थ इलाके के पर्यटकों और कारोबारियों की मौज सुविधाजनक, सुरक्षित और आसान हो जाएगी।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित