लखनऊ , अक्टूबर 9 -- उत्तर प्रदेश में संचालित 108 और 102 एंबुलेंस सेवाएं तथा 1962 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमवीयू) में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को गुरुवार को सम्मानित किया गया। इस मौके पर संस्था के निदेशक के. कृष्णम राजू ने कहा कि "ईएमटी, पायलट और ईआरओ एंबुलेंस सेवाओं की रीढ़ हैं। यही लोग असली हीरो हैं जो संकट की घड़ी में लोगों की जान बचाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।"आशियाना स्थित संस्था के कार्यालय में आयोजित समारोह के दौरान निदेशक के. कृष्णम राजू ने कहा कि सभी कर्मियों को क्वालिटी सर्विस के साथ जनता को भरोसेमंद और त्वरित चिकित्सा सुविधा देने का संकल्प लेना चाहिए।उन्होंने बताया कि ईएमआरआई ने वर्ष 2005 में हैदराबाद से 32 एंबुलेंस से सेवा शुरू की थी और आज देश के 20 राज्यों में 20000 से अधिक एंबुलेंसों का संचालन कर रही है। संस्था देशभर में 108, 102, 1962 एमवीयू, 112, 104 हेल्पलाइन समेत आठ प्रमुख आपातकालीन प्रोग्राम संचालित कर रही है।
कार्यक्रम में संस्था के प्रेसीडेंट टीवीएसके रेड्डी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में ईएमआरआई को सेवाएं देते हुए 13 वर्ष पूरे हो चुके हैं। उन्होंने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि "लगातार तीसरे साल यूपी का रिस्पांस टाइम देश में सबसे बेहतर है।" रेड्डी ने कहा कि एंबुलेंस सेवाएं अब जनता के भरोसे का प्रतीक बन चुकी हैं और इसे और बेहतर बनाने के लिए कर्मियों का समर्पण जरूरी है। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस स्टाफ की स्किल बढ़ाने के लिए एक नवंबर से नया ट्रेनिंग प्रोग्राम 'नींव' शुरू किया जाएगा।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित