पुष्कर (अजमेर) , अक्टूबर 30 -- राजस्थान में सांस्कृतिक धरोहर और विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला- 2025 का गुरुवार को शुभारंभ हुआ।

राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने पारंपरिक विधि-विधान से भगवान ब्रह्मा जी की पूजा-अर्चना करके मेले का शुभारंभ किया। पंडितों के मंत्रोच्चार से पूरा स्थल भक्ति और उल्लास के वातावरण में सराबोर हो गया।

पूजा-अर्चना के बाद दिया कुमारी ने ध्वजारोहण करके मेले की औपचारिक शुरुआत की। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें देखकर दिया कुमारी ने बच्चों के बीच पहुंचकर उनका उत्साहवर्धन किया। बच्चों के साथ-साथ विदेशी पर्यटक भी इस भव्य आयोजन में सम्मिलित हुए और राजस्थान की संस्कृति का आनंद लिया।

कार्यक्रम के दौरान 101 नगाड़ों की सामूहिक प्रस्तुति ने पूरे वातावरण को गूँजायमान कर दिया। दिया कुमारी ने स्वयं भी नगाड़ा बजाकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और उपस्थित जनता का अभिवादन स्वीकार किया।

इस अवसर पर दिया कुमारी ने कहा, "पुष्कर मेला राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और आस्था का प्रतीक है। इस वर्ष मेले को बड़े स्तर पर आयोजित किया गया है ताकि पर्यटकों को राजस्थान की समृद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिले। हमारी सरकार पुष्कर को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत है।"उन्होंने बताया कि पुष्कर कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है और जल्द ही इसका कार्य धरातल पर दिखाई देगा। साथ ही उन्होंने यह घोषणा की कि 19 नवंबर को हर संभाग मुख्यालय पर 'घूमर' महोत्सव आयोजित किया जाएगा, जो राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है।

पांच नवम्बर तक चलने वाले इस मेले में देश-विदेश से हजारों की संख्या में पर्यटकों की आवाजाही रहेगी। यह मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि राजस्थान की लोक कला, संगीत और परंपराओं का जीवंत उत्सव भी प्रस्तुत करता है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत, संभागीय आयुक्त शक्ति सिंह, जिला कलेक्टर लोकबंधु, पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अजमेर देहात जिला अध्यक्ष जीतमल, सभापति कमल पाठक, जनप्रतिनिधि, मेला आयोजन समिति के सदस्य, कलाकार और बड़ी संख्या में पर्यटक उपस्थित रहे।

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