जशपुर , नवंबर 06 -- छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस का गौ तस्करी के खिलाफ चल रहा ऑपरेशन शंखनाद के तहत मंगलवार को एक ओर जहाँ चौकी सोनक्यारी क्षेत्र से 10 गौवंशों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया वहीं थाना तुमला क्षेत्र के वर्ष 2024 के एक मामले में फरार आरोपी को भी झारखंड से गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों मामलों में छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

इस मामले की शुरुआत पांच नवंबर, 2024 को हुई, जब चौकी सोनक्यारी पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम गुल्लू के जंगल से कुछ तस्कर गौवंशों को हांक कर ले जा रहे हैं। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर घेराबंदी की। पुलिस को देखकर आरोपी तस्कर जंगल का रास्ता अपनाकर फरार हो गए हैं, लेकिन पुलिस ने 10 गौवंशों को सकुशल बरामद कर लिया। इस मामले में गत पांच नवंबर, 2024 को ही चौकी सोनक्यारी में छ ग कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 के तहत अपराध दर्ज करके आरोपियों की तलाश की जारी है।

यह मामला वर्ष 2024 का है। थाना तुमला में 10 फरवरी, 2024 को एक छोटा हाथी वाहन से तीन गौवंशों को तस्करों से छुड़ाया गया था। इस मामले में आरोपी इमरोज अंसारी (27), जो लोहरदगा, झारखंड का निवासी है, घटना के बाद से फरार था। पांच नवंबर, 2025 को जशपुर पुलिस की एक टीम ने तकनीकी सहायता से इमरोज अंसारी को झारखंड के लोहरदगा से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ और अपराध के सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस मामले में भी छ ग कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 के तहत अपराध दर्ज है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि गौ तस्करी के खिलाफ ऑपरेशन शंखनाद निरंतर जारी रहेगा और फरार आरोपियों की तलाश भी जारी है।

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