भोपाल , अक्टूबर 16 -- भोपाल में 8वें राष्ट्रीय पोषण माह (17 सितंबर से 16 अक्टूबर 2025) के अंतर्गत सरदार पटेल हाई स्कूल में गुरूवार को जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जंक फूड पर जागरूकता, क्विज प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, पौष्टिक आहार पर चर्चा और पोस्को अधिनियम पर बच्चों के साथ विशेषज्ञ चर्चा की गई।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख अतिथियों में पार्षद श्रीमती गिरिजा राजेश खटीक, श्रीमती दीप्ति कुलश्रेष्ठ, श्रीमती लक्ष्मी कुशवाहा (विशेषज्ञ), प्राचार्य, अखिलेश चंद्र चतुर्वेदी (परियोजना अधिकारी बाणगंगा), सेक्टर पर्यवेक्षक और सहारा साक्षरता एज्यूकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी की टीम शामिल थे। कार्यक्रम में 90 बच्चे उपस्थित रहे।

इस दौरान एफपीएआई संस्था की डॉ. स्मिता जैन की टीम ने 75 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। इसके अलावा 5 स्वस्थ बालिकाओं/बालकों को "मैं हूँ लाली" पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पोषण आहार पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 15 बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए। जागरण लेक सिटी विश्वविद्यालय के छात्रों ने जंक फूड और पौष्टिक आहार पर रोचक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। श्रीमती लक्ष्मी कुशवाहा ने बच्चों से POCSO अधिनियम पर चर्चा की और उन्हें बताया कि किसी प्रकार की छेड़छाड़ या समस्या होने पर अपने अभिभावक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, गैर-सरकारी संस्था या 1098 पर सूचना दें।

वही श्रीमती दीप्ति कुलश्रेष्ठ ने बच्चों के साथ पौष्टिक आहार और जंक फूड पर चर्चा की और उन्हें स्वस्थ खानपान अपनाने की शपथ दिलाई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने टेक होम राशन और मोटे अनाज (ज्वार, बाजरा, मक्का, कोदो, कुटकी) से बने 100 से अधिक पौष्टिक व्यंजन तैयार किए। इसमें बिस्किट, खिचड़ी, हलुआ, लड्डू, बाजरे की खीर, मिठाई आदि शामिल थे। बच्चों और हितग्राहियों को व्यंजनों के स्वास्थ्य लाभ से अवगत कराया गया।

जबकि पोषण माह के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली 35 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और शिवराज कुशवाहा (विकास संवाद संस्था, भोपाल) को सम्मानित किया गया। सहारा साक्षरता संस्था के अश्विनी कुमार श्रीवास्तव और उनकी टीम ने कार्यक्रम में सहयोग दिया। शिवराज कुशवाहा ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मेहनत से बच्चों में कुपोषण कम हुआ है। समय-समय पर परियोजना अधिकारी और सामाजिक संस्थाएं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्य को बेहतर बनाने के लिए पहल करती रहती हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित