पटना , नवंबर 07 -- केन्द्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि 'वंदे मातरम्' गीत देशवासियों के हृदय में राष्ट्रवाद की अलख प्रज्वलित कर आज भी युवाओं में एकता, राष्ट्रभक्ति और नवऊर्जा का स्रोत बना हुआ है।

श्री शाह ने राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम्' के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित 'वंदे मातरम 150 वर्षो का उत्सव कार्यक्रम' को संबोधित करते हुये कहा कि 'वंदे मातरम्' देशवासियों के हृदय में राष्ट्रवाद की अलख प्रज्वलित कर आज भी युवाओं में एकता, राष्ट्रभक्ति और नवऊर्जा का स्रोत बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस अद्वितीय राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम्' को इस वर्ष 150 वर्ष हो रहे हैं।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा ,आज का दिन भारतीय चेतना की जागृति का दिन है। उन्होंने कहा,आज ही के दिन 150 साल पहले बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय जी ने वंदे मातरम को सार्वजनिक किया था। बंकिम बाबू ने इस गीत की रचना कर के राष्ट्र चेतना का एक महामंत्र देश को दिया था,जो आगे चलकर देश की आजादी का एक उद्घोष भी बना और सूत्र भी बना।

श्री शाह ने कहा कि वंदे मातरम्' केवल शब्दों का संग्रह नहीं, भारत की आत्मा का स्वर है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध 'वंदे मातरम्' ने देश को संगठित करके आजादी की चेतना को बल दिया। साथ ही, क्रांतिकारियों के मन में मातृभूमि के प्रति अटूट समर्पण, गर्व और बलिदान की भावना जगाई। आज़ादी के आंदोलन की अखिल भारतीय आवाज़ बनने वाला 'वंदे मातरम्' विकसित भारत 2047 के संकल्प में भी प्रेरणा दे रहा है। आज हम 'वंदे मातरम' के 150वें वर्ष का उत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम सब जानते हैं कि आजादी के आंदोलन के नेताओं ने जो स्वप्न महान भारत के लिए देखे थे, विगत 11 वर्षों में उन सपनों की पूर्ति के लिए देश के सामूहिक प्रयास से ढेर सारे काम हुए हैं।"श्री शाह ने लोगों से अपील की कि वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर अपने परिवार और समाज के साथ मिलकर वंदे मातरम् के पूर्ण संस्करण का सामूहिक गायन करें, जिससे आने वाली पीढ़ियां भी इस गीत से प्रेरणा लेती रहें।

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