बैतूल , नवम्बर 16 -- मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में हुआ एक चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा अब उजागर हो गया है। मुलताई क्षेत्र के ग्राम ताईखेड़ा में एक जीवित व्यक्ति को राजस्व रिकॉर्ड में "मृत" दर्ज कर दिया गया था और इसी आधार पर उसकी जमीन की रजिस्ट्री ठेकेदारों के नाम कर दी गई। मामला तब सामने आया जब जमीन मालिक के बेटे ने लगातार प्रयास कर न्याय की लड़ाई लड़ी और अंततः अदालत से इंसाफ प्राप्त किया।

ग्राम ताईखेड़ा निवासी विजय धाकड़ के पिता तिलकचंद धाकड़ की देव भिलाई में जमीन थी, जिसे ठेके पर शिवरति नरवरे और राजेन्द्र माकोड़े को दिया गया था। वर्ष 2019 में ठेका समाप्त होने पर जब परिवार खेत पहुँचा, तो पता चला कि तिलकचंद को कागज़ों में मृत दिखाया गया है और ठेकेदारों ने तीन और साढ़े चार एकड़ जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करा ली है।

मामला मुलताई कोर्ट पहुँचा, जहाँ सुनवाई के दौरान स्वयं खरीददारों ने स्वीकार किया कि तिलकचंद धाकड़ जीवित हैं। अदालत ने दोनों रजिस्ट्री को शून्य घोषित करते हुए जमीन को पुनः तिलकचंद के नाम बहाल कर दिया।

विजय धाकड़ ने बताया कि उन्होंने अपने पिता को 'जिंदा' सिद्ध कराने के लिए हर स्तर पर गुहार लगाई राजस्व विभाग, प्रशासन, और 12 फरवरी 2022 को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष भी शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उल्टा उनकी मां, भाई और दो पटवारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाकर मामला दर्ज कर लिया गया, जिसका चालान आज तक पेश नहीं हुआ है।

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