बैतूल, सितंबर 28 -- मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की आठनेर जनपद की ग्राम पंचायत मानी में ऐसा अजीबो-गरीब मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके को चौंका दिया। यहां की रहने वाली 55 वर्षीय कांताबाई कुमरे सरकारी कागजों में मृत घोषित कर दी गईं, जबकि वे पूरी तरह से जीवित और स्वस्थ हैं।

कांताबाई जब जनपद पंचायत दफ्तर पहुंचीं और अधिकारियों से गुहार लगाई-"मैडम, मुझे जिंदा कर दो.!" तो वहां मौजूद लोग भी हतप्रभ रह गए।

कांताबाई के पति सुखदेव कुमरे का निधन 15 मार्च 2023 को हुआ था। पति की मौत के बाद उन्होंने विधवा पेंशन के लिए आवेदन दिया। लेकिन रोजगार सहायक भीमराव उइके से बड़ी चूक हो गई। उन्होंने पति को मृत दर्शाने की बजाय गलती से पत्नी कांताबाई का ही नाम समग्र आईडी से डिलीट कर दिया। इस गड़बड़ी के चलते कांताबाई न सिर्फ विधवा पेंशन से वंचित रहीं, बल्कि प्रधानमंत्री आवास जैसी अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ भी नहीं ले पाईं।

कांताबाई की भावुक अपील सुनते ही जनपद पंचायत आठनेर की सीईओ आस्था जैन ने तत्काल रोजगार सहायक भीमराव उइके को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है। सीईओ ने माना कि यह लापरवाही अत्यंत गंभीर है। वही प्रशासन ने अब रिकॉर्ड सुधारने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही कांताबाई का नाम सरकारी रिकार्ड में फिर से जीवित दर्ज होगा, ताकि वे विधवा पेंशन और अन्य योजनाओं का लाभ ले सकें।

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