सुलतानपुर , अक्टूबर 03 -- प्रयागराज महाकुंभ की आदर्श और अनुकरणीय व्यवस्था के रोल मॉडल को सुलतानपुर की ऐतिहासिक दुर्गापूजा महोत्सव में थीम बनाकर उतारा गया है, जो मेले में विशेष आकर्षण का केंद्र बन गई है।

ज्ञातव्य है कि सुलतानपुर जिले की ऐतिहासिक दुर्गापूजा महोत्सव का आगाज देश दुनिया से हटकर दशहरा से प्रारंभ होता है। जब सभी जगहों पर दुर्गा पूजा का समापन होता तो यहां प्रारंभ होता है जो पूर्णिमा तक चलता है। प्रत्येक वर्ष दुर्गापूजा महोत्सव में दुर्गापूजा पंडालों में देश के विभिन्न प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के मॉडल बनाए जाते है तो वहीं सम सामयिक व सामाजिक विषयों को भी पांडालों में प्रदर्शित कर लोगो को संदेश दिया जाता है।

शहर के कुड़वार रोड पर इस वर्ष स्थापित सिद्धिदात्री माता पूजा समिति ने अपने पांडाल में विश्व प्रसिद्ध हुई प्रयागराज के महाकुंभ की रोलमॉडल बने महाकुंभ की आकर्षक व्यवस्था को थीम में उतारा है। समिति के संरक्षक प्रदीप ड्रिरोलिया ने बताया कि समिति अपनी स्थापना काल से ही किसी सम सामयिक व अनुकरणीय विषय को थीम बनाकर समाज को एक संदेश देते हुए मां दुर्गा की पूजा अर्चना करता आ रहा है। इस वर्ष समिति ने सदी के सबसे बड़े स्नानपर्व महाकुंभ की आदर्श और अनुकरणीय व्यवस्था को अपनी थीम बनाया है।

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