स्टॉकहोम , अक्टूबर 09 -- स्वीडिश अकादमी ने गुरुवार को हंगरी के उपन्यासकार और पटकथा लेखक लास्लो क्रास्नाहोरकाई को वर्ष 2025 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार देने के घोषणा की है।
स्वीडिश अकादमी ने उनके नाम की घोषणा करते हुए बताया कि उन्हें यह पुरस्कार "प्रलयकारी आतंक के बीच कला की शक्ति की पुनः पुष्टि करने वाली प्रभावशाली और दूरदर्शी रचनाओं" के लिए दिया जा रहा है।
क्रास्नाहोरकाई समकालीन यूरोपीय साहित्य के उन लेखकों में गिने जाते हैं जिन्होंने यथार्थ, दार्शनिकता और मानव अस्तित्व की विसंगतियों को एक साथ पिरोकर अपनी विशिष्ट साहित्यिक शैली विकसित की है। वह विनाश की कहानियों में अस्तित्ववाद के साथ कल्पना को इस तरह मिश्रित कर देते हैं कि एक विचित्र एवं बेतुकी दुनिया पाठकों के सामने खड़ी हो जाती है, जो उन्हें झकझोर कर रख देती हैं। उनकी यह विचित्र दुनिया इतनी प्रभावशाली होती है कि अपने समस्त बेतुकेपन के बावजूद लंबे समय तक पाठक के साथ चलती रहती हैं।
उनकी इसी विशिष्ट शैली के कारण मशहूर अमेरिकी आलोचक सुजैन सोनटेग ने उन्हें "प्रलय का शिल्पी" कहा था। वह अपनी रचनात्मक दुनिया में फ्रांज काफ्का से लेकर थॉमस बर्नहार्ड तक की विरासत को इतनी खूबसूरती से सहेजते नजर आते हैं कि वह एक साथ उनके वंशज और मित्र दोनों लगने लगते हैं।
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