होशियारपुर , दिसंबर 19 -- पंजाब में होशियारपुर जिला प्रशासन ने 'चढ़दा सूरज अभियान' के तहत सामाजिक और नवीकरणीय ऊर्जा पहलों की एक श्रृंखला की घोषणा की है, जिसमें जिले को सौर ऊर्जा मॉडल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से 600 मेधावी छात्रों के घरों में मुफ्त रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाना शामिल है।

उपायुक्त आशिका जैन ने शुक्रवार को विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह अभियान जिला प्रशासन द्वारा भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग से और नागरिक समाज की सक्रिय भागीदारी के साथ कार्यान्वित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि 'गो सोलर' अभियान के तहत, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) फंड की मदद से 2024-25 शैक्षणिक सत्र के कक्षा 10 के 600 टॉपर्स के घरों में एक किलोवाट तक की क्षमता वाले मुफ्त रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता को सम्मानित करना है, बल्कि स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा को अपनाने को प्रोत्साहित करना भी है। जैन ने बताया कि जो गैर-सरकारी संगठन 28 फरवरी, 2026 तक 25 सौर पैनलों की स्थापना में सहायता करेंगे, उन्हें जिला प्रशासन द्वारा 25,000 रुपये का प्रोत्साहन दिया जाएगा।

उपायुक्त ने 'विंग्स प्रोजेक्ट' पर भी प्रकाश डाला, जिसके तहत जिले भर में सात कैंटीन स्थापित की गई हैं और 16 दिव्यांग युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया है। उन्होंने गैर सरकारी संगठनों से ऐसे और लाभार्थियों की पहचान करने और प्रशासनिक एवं रेड क्रॉस के सहयोग से इस परियोजना के तहत कैंटीन चलाने में अग्रणी भूमिका निभाने का आग्रह किया।

इस अभियान के अंतर्गत एक अन्य पहल, 'सुई-धागा परियोजना', कौशल विकास के माध्यम से ग्रामीण और जरूरतमंद महिलाओं को स्थायी आजीविका प्रदान करने पर केंद्रित है। जैन ने बताया कि गांव, तहसील और ब्लॉक स्तर पर सिलाई केंद्र स्थापित किए जाएंगे। मशीनरी और उपकरण रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे, जबकि संचालन एमजीएनआरईजीए ढांचे के तहत किया जाएगा।

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