भोपाल , नवम्बर 13 -- राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि "केरला फेस्ट" सांस्कृतिक एकीकरण और भाईचारे की भावना का जीवंत उदाहरण है। यह आयोजन केरल और मध्यप्रदेश के बीच समरसता का सशक्त सेतु है, जो मलयाली समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और देश की विविधता में एकता का सुंदर प्रतीक प्रस्तुत करता है।

राज्यपाल गुरुवार को दशहरा मैदान में आयोजित "केरला फेस्ट सेकण्ड एडिशन" के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मलयाली समुदाय का जड़ों से जुड़ाव, अपनी भूमि और संस्कृति के प्रति निष्ठा सभी के लिए प्रेरणादायक है।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश के विकास में मलयाली समुदाय का योगदान महत्वपूर्ण और सराहनीय रहा है। प्रशासन, बैंकिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य और सेवा क्षेत्र में उनकी कार्यकुशलता, अनुशासन और समर्पण ने राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास को दिशा दी है। उन्होंने कहा कि मलयाली समुदाय ने अपनी सांस्कृतिक जड़ों को सहेज कर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध किया है।

विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मलयाली समाज कर्तव्यनिष्ठ, साक्षर और स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि इस समुदाय की कार्य संस्कृति और ईमानदारी ने सभी को प्रभावित किया है।

मुख्य महाप्रबंधक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया प्रबाश कुमार सुबुदि ने कहा कि "केरला फेस्ट" केरल की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है। नाबार्ड की मुख्य महाप्रबंधक श्रीमती सी. सरस्वती ने कहा कि यह आयोजन समुदाय की सांस्कृतिक चेतना और परंपराओं को जीवंत रखता है।

युनाइटेड मलयाली एसोसिएशन के अध्यक्ष ओ.टी. जोसेफ ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी और बताया कि यह संगठन शिक्षा, स्वास्थ्य और मानवता की सेवा के क्षेत्र में लगातार कार्यरत है। कार्यक्रम के प्रारंभ में मलयाली महिलाओं ने पारंपरिक लोकनृत्य प्रस्तुत किया और अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर उत्सव का शुभारंभ किया।

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