रायपुर , दिसंबर 23 -- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से पुलिस ने मंगलवार तड़के 'ऑपरेशन समाधान' चलाया गया। जिसके तहत मोवा, खमतराई, सिविल लाइन सहित कई थाना क्षेत्रों में बाहरी राज्यों से आकर रह रहे लोगों की जांच की गई और 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया।

अभियान के दौरान करीब एक हजार लोगों से पूछताछ की गई, जिनमें से सौ से अधिक व्यक्तियों के दस्तावेज संदिग्ध या अपूर्ण पाए जाने पर उन्हें हिरासत में लिया गया। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह के निर्देश पर सुबह करीब चार बजे प्रारंभ की गई।

पुलिस के अनुसार, रोहिंग्या एवं बंगलादेशी घुसपैठ की आशंका को ध्यान में रखते हुए यह विशेष अभियान चलाया गया। हिरासत में लिए गए अधिकांश लोग ऑटो चालक, निर्माण श्रमिक अथवा असंगठित क्षेत्र में कार्यरत बताए जा रहे हैं। पुलिस द्वारा इनके पहचान पत्रों के साथ-साथ मोबाइल नंबरों और डिजिटल गतिविधियों की तकनीकी जांच की जा रही है।

इधर, थानों के बाहर पहुंचे कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस सुबह उनके निवास पर पहुंची और बिना स्पष्ट कारण बताए पूछताछ के लिए ले गई। परिजनों का कहना है कि मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं और वे कई घंटों से थाने के बाहर प्रतीक्षा कर रहे हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि जांच प्रक्रिया कानून के दायरे में पूरी की जा रही है।

फिलहाल पुलिस हिरासत में लिए गए सभी संदिग्धों की पहचान और पृष्ठभूमि की जांच में जुटी है। जांच पूरी होने के बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।

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