नयी दिल्ली , दिसंबर 24 -- 'एक राष्ट्र एक चुनाव' पर आयोजित महिला सम्मेलन का आयोजन बुधवार को नयी दिल्ली में किया गया। सम्मेलन का उद्देश्य महिलाओं के बीच इस महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक सुधार को लेकर जागरूकता बढ़ाना तथा संवाद को सशक्त करना था।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान तथा विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी रहीं। सम्मेलन में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से आई महिलाओं, बुद्धिजीवियों, विधि विशेषज्ञों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की उल्लेखनीय भागीदारी देखने को मिली।

श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देकर लोकतंत्र को वास्तविक रूप से सशक्त बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बार-बार होने वाले चुनाव आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत की दिशा में बड़ी बाधा हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक, डॉक्टर, प्रशासनिक अधिकारी और सुरक्षाबल पूरे वर्ष चुनावी तैयारियों में लगे रहते हैं, जिससे विकास कार्य प्रभावित होते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि चुनावों पर खर्च होने वाली भारी धनराशि यदि स्वास्थ्य सेवाओं, महिला कल्याण और कुपोषण से जूझ रहे बच्चों पर लगाई जाए, तो देश को बड़ा लाभ मिल सकता है। पर्यावरणीय क्षति, कानून-व्यवस्था पर दबाव और योग्य युवाओं को अवसर न मिलने जैसी समस्याओं का समाधान उन्होंने "एक राष्ट्र, एक चुनाव" बताया।

श्रीमती ईरानी ने कहा कि महिलाएं लोकतंत्र की असली शक्ति हैं। पिछले दस वर्षों में राजनीति में महिलाओं की भागीदारी ऐतिहासिक रूप से बढ़ी है और आज कोई भी राजनीतिक दल नारी शक्ति के बिना सत्ता की कल्पना नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि यदि महिलाएं ठान लें, तो "एक राष्ट्र, एक चुनाव" को साकार होने से कोई नहीं रोक सकता।

उन्होंने यह भी कहा कि बार-बार चुनावों का खर्च यदि महिला शिक्षा, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण पर लगाया जाए, तो समाज और राष्ट्र दोनों को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा। यह पहल प्रशासनिक स्थिरता के साथ-साथ महिलाओं के लिए अधिक अवसर और सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी।

सम्मेलन में आयोजित पैनल चर्चा में मोनिका अरोड़ा (वरिष्ठ अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट), शारदा जैन (एमडी, पीजीआईएमईआर एवं संस्थापक लाइफ केयर सेंटर), अलका तोमर (अर्जुन पुरस्कार प्राप्त पहलवान), आकांक्षा चोपड़ा (आध्यात्मिक साधक) तथा हरप्रीत एडी सिंह (ग्रुप चीफ, आईएमएस, डीएमएस प्रॉपर्टीज एवं प्रोजेक्ट्स एयर इंडिया) ने अपने विचार साझा किए। पैनल चर्चा का कुशल संचालन प्रो. पायल मागो ने किया। वक्ताओं ने "एक राष्ट्र, एक चुनाव" को सुशासन, स्थिरता और लोकतांत्रिक निरंतरता से जोड़ते हुए महिलाओं की भूमिका को केंद्रीय बताया।

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