रांची, 15अक्टूबर (वार्ता) झारखंड सरकार की उद्यमिता को बढ़ावा देने की नीति के तहत आज नगर निगम सभागार में "उद्यमिता विकास पर एक दिवसीय संवाद" कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

यह कार्यक्रम राज्य सरकार द्वारा स्वरोज़गार एवं महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने के निरंतर प्रयासों का एक हिस्सा है। जिला प्रशासन एवं पलाश (जेएसएलपीएस) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में रांची के विभिन्न प्रखंडों से आए स्वयं सहायता समूहों और उद्यमियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत में जीएमडीआईसी द्वारा अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि इन योजनाओं से लाभार्थी वित्तीय सहायता प्राप्त कर अपने उद्यमों का विस्तार कर सकते हैं।

इस अवसर पर 6 सफल उद्यमियों गॉडविन लकड़ा (केक वॉक बेकरी), ओहामंती मिन्ज (आंवला प्रोडक्शन यूनिट) मिथिलानी (गृह मसाला उत्पादन इकाई), पुनीत मिन्ज (हनी प्रोडक्शन यूनिट), विमाया (विमाया बैग्स), पुनम दीदी (आजिविका दीदी कैफे), ने अपनी सफलता की कहानियाँ साझा कीं, जिन्होंने अन्य प्रतिभागियों को प्रेरित किया।

पोटेंशियल एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम के अंतर्गत स्थानीय उद्यमियों को नया मंच देने के लिए ज़िला प्रशासन की ये महत्वकांक्षी पहल है। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री के निर्देशानुसाररांची में संपन्न उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने की दिशा में इस कार्यक्रम जिला की शुरुआत की गई है। 15 मई को उपायुक्त श्री भजन्त्री द्वारा कार्यक्रम की लॉन्चिंग की गई थी।

कार्यक्रम के लिए कुल 215 उद्यमियों के आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से स्क्रूटनी के बाद 100 उद्यमियों का चयन किया गया। समिति ने विभिन्न मानकों के आधार पर इन उद्यमियों का चयन किया है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय प्रतिभाओं की पहचान कर उनका पोषण करना, नवाचार को प्रोत्साहित करना तथा उन्हें उद्यम निर्माण की दिशा में प्रेरित करना है। उपायुक्त के दिशा-निर्देश में यह कार्यक्रम युवाओं, महिलाओं एवं कम प्रतिनिधित्व वाले समुदायों को विशेष रूप से सशक्त करेगा।

अपने संबोधन में उप विकास आयुक्त सौरभ कुमार भुवानिया ने सभी लाभार्थियों की सराहना करते हुए कहा कि जिला प्रशासन एवं जेएसएलपीएस द्वारा चयनित 100 उद्यमियों को प्रशिक्षण, मार्गदर्शन एवं हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि "उद्यमिता आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त माध्यम है, और प्रशासन का लक्ष्य स्थानीय प्रतिभाओं को सशक्त बनाकर आत्मनिर्भर रांची का निर्माण करना है।"पोटेंशियल एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम की प्रमुख विशेषताएँउद्योग जगत के विशेषज्ञों से इनक्यूबेशन एवं सलाह।

अनुकूलित कौशल विकास कार्यशालाएँ।

होनहार स्टार्टअप्स के लिए सीड फंडिंग के अवसर।

सह-कार्य स्थलों एवं व्यावसायिक संसाधनों तक पहुँच।

नियमित नेटवर्किंग एवं निवेशक संपर्क कार्यक्रम शामिल थी।

कार्यक्रम में जीएमडीआईसी, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्योग विकास बोर्ड के जिला समन्वयक, एलडीएम अजय अजीत कुमार, आरसेटी निदेशक, रूडसेटी निदेशक, प्रिया श्रुति (नीति आयोग), सृष्टि शंकर (नीति आयोग) तथा डीपीएम, रांची निशिकांत नीरज उपस्थित थे।

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