हैदराबाद , दिसंबर 08 -- तेलंगाना की महिलाओं की ताकत और उद्यमशीलता को उजागर करने वाला "इंदिरा महिला शक्ति" स्टॉल सोमवार को भारत फ्यूचर सिटी में आयोजित तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट का प्रमुख आकर्षण बनकर उभरा।

स्टॉल का उद्घाटन राज्य की पंचायती राज, ग्रामीण विकास एवं महिला-बाल कल्याण मंत्री दानासारी अनसूया सीतक्का ने किया।

स्टॉल का दौरा करने के बाद सुश्री सीतक्का ने कहा , "महिलाओं का सशक्तिकरण तेलंगाना के विकास दर्शन का केंद्र बिंदु है। "महिला आगे बढ़ेगी तो परिवार बढ़ेगा... समाज बढ़ेगा... राज्य बढ़ेगा। इसी वजह से हमारी सरकार महिला शक्ति को केंद्र में रखकर काम कर रही है। इस स्टॉल की हर सफलता की कहानी तेलंगाना की महिलाओं के संकल्प और आत्मविश्वास को दर्शाती है।"एसईआरपी (सोसायटी फॉर एलिमिनेशन ऑफ रूरल पॉवर्टी) और महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस स्टॉल में महिलाओं द्वारा संचालित विविध उद्यमों को प्रदर्शित किया गया, जिनमें पेट्रोल पंप, महिला शक्ति बाजार, जिला स्तरीय शक्ति भवन, शक्ति कैंटीन और महिलाओं के समूहों द्वारा संचालित आरटीसी किराए की बसें शामिल हैं। भारत और विदेश से आए प्रतिनिधि ग्रामीण महिलाओं के समूहों द्वारा बड़े व्यवसाय चलाने और कॉर्पोरेट स्तर की सेवाएं देने के पैमाने से विशेष रूप से प्रभावित हुए।

सुश्री सीतक्का ने कहा, "आज ग्रामीण महिला समूह बड़े-बड़े उद्यम चला रहे हैं... यही नया तेलंगाना शक्ति है। ये मॉडल साबित करते हैं कि महिलाओं को मंच मिले तो वह असंभव को भी संभव बना सकती हैं।"स्टॉल पर गांव स्तर के समूहों से लेकर वैश्विक मंच तक महिलाओं के उत्थान को दर्शाने वाली डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी दिखाई गईं। इन्हें देखने के बाद मंत्री ने कहा, "ये फिल्में दिखाती हैं कि सरकार के फैसले सचमुच लोगों की जिंदगी को छू रहे हैं। एक महिला को दिया गया एक अवसर समाज को दस गुना लौटकर आता है।"सुश्री सीतक्का ने महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी- हजारों करोड़ रुपये के बैंक लिंकेज लोन, ब्याज की पूरी प्रतिपूर्ति, हर महिला को 10 लाख रुपये तक का लोन इंश्योरेंस और 2 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा। उन्होंने कहा कि ये ऐतिहासिक कदम हैं जो महिलाओं को आत्मनिर्भर उद्यमी बनाने की दिशा में उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य महिलाओं को 20 से अधिक व्यवसायिक क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ाना है, ताकि तेलंगाना महिला-नेतृत्व वाली आर्थिक सशक्तिकरण का मॉडल राज्य बन सके।

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