भोपाल , अक्टूबर 23 -- मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अब हालात इतने गंभीर हैं कि पुलिस भी सुरक्षित नहीं है, और ऐसे में आम जनता की सुरक्षा की कल्पना करना मुश्किल है।

पटवारी ने आंकड़े साझा करते हुए बताया कि बीते डेढ़ साल में प्रदेशभर में पुलिस पर 461 से अधिक हमले हुए, जिनमें 612 पुलिसकर्मी घायल हुए और 5 की मौत हुई। केवल अक्टूबर 2025 में पन्ना और कटनी जिलों में दो बड़ी घटनाओं में गिरफ्तारियों के दौरान पुलिस पर भीड़ ने हमला किया, राइफलें लूट लीं और कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए।

उन्होंने कहा, "ये हमले सामान्य अपराध नहीं हैं, बल्कि राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अपराधियों की संगठित साजिश हैं। पुलिस पर हमला दरअसल कानून पर हमला है। इस सरकार में कानून का शासन नहीं, बल्कि अपराधियों का शासन नजर आ रहा है।"पटवारी ने मुख्यमंत्री द्वारा गृह विभाग संभालने पर भी तंज कसा और कहा कि मुख्यमंत्री का 'डबल रोल' कानून-व्यवस्था के लिए 'डबल डैमेज' साबित हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि गृहमंत्री की जिद और पद पर बने रहने की हठधर्मिता ने मुख्यमंत्री को भी लाचार कर दिया है।

कांग्रेस की मांग के मुताबिक, श्री पटवारी ने कहा कि ऐसे राज्य में जहां रोज़ाना औसतन एक पुलिसकर्मी पर हमला हो रहा हो, वहां गृहमंत्री का पद पर बने रहना लोकतांत्रिक अपराध है। उन्होंने कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सबसे असफल गृहमंत्री से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की।

विश्लेषकों का कहना है कि पुलिस पर लगातार हमलों और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अपराधियों की बढ़ती गतिविधियों ने मध्यप्रदेश में कानून-व्यवस्था की संवेदनशील स्थिति को उजागर किया है। इस बीच, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी तेज होने से जनता की सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही पर सवाल उठ रहे हैं।

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