होशियारपुर , दिसंबर 12 -- पंजाब में होशियारपुर के जिला उपायुक्त आशिका जैन ने शुक्रवार को कहा कि होशियारपुर जिला पंजाब के नवीकरणीय ऊर्जा परिवर्तन में अग्रणी बनकर उभरा है और गो-सोलर परियोजना को कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) नेटवर्क के साथ एकीकृत करने वाला राज्य का पहला जिला बन गया है।
रेड क्रॉस सोसाइटी और जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से विकसित गो-सोलर मोबाइल ऐप को सीएससी (ग्रामीण स्तर के उद्यमी) से जोड़ने की औपचारिक शुरुआत करते हुए श्री जैन ने कहा कि इस पहल से शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में छतों पर सौर पैनल लगाने की प्रक्रिया में काफी तेजी आएगी। वह यहां जिला प्रशासनिक परिसर में ग्राम स्तरीय उद्यमियों (वीएलई) की एक विशेष कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं।
सुश्री जैन ने कहा कि रूफटॉप सोलर पैनल अपनाने के मामले में होशियारपुर वर्तमान में पंजाब का सबसे तेजी से विकसित होने वाला जिला है जो नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति उच्च जन जागरूकता और उत्साह को दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि सीएससी के माध्यम से यह सेवा उपलब्ध होने से, निवासी अधिक आसानी से और पारदर्शी तरीके से जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और रूफटॉप सोलर सिस्टम के लिए आवेदन कर सकेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि इस एप्लिकेशन के माध्यम से इच्छुक उपभोक्ताओं की जानकारी, जिसमें विक्रेता की जानकारी, कम ब्याज दर वाले ऋण विकल्प और तकनीकी विशिष्टताएँ शामिल हैं, वर्चुअल लर्निंग डिवाइस (वीएलई) के जरिए एकत्र की जाएगी। आवेदन जमा होने के बाद, संबंधित सूचीबद्ध विक्रेता इंस्टॉलेशन शुरू करने के लिए आवेदक से संपर्क करेगा।उन्होंने कहा कि सीएससी ऑपरेटरों को आवेदन और स्थापना दोनों के लिए प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे अभियान को गति मिलेगी।
जैन ने बताया कि सरकार सौर प्रणालियों पर 1-2 किलोवाट इकाइयों के लिए 30,000 रुपये से 60,000 रुपये, 2-3 किलोवाट इकाइयों के लिए 60,000 रुपये से 78,000 रुपये और 3 किलोवाट से अधिक की प्रणालियों के लिए 78,000 रुपये तक पर्याप्त सब्सिडी दे रही है। उपायुक्त ने कहा कि गो-सोलर परियोजना की नोडल अधिकारी और सहायक आयुक्त ओइशी मंडल के प्रयासों ने इस पहल को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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