रांची , नवम्बर 05 -- झारखंड में आगामी चुनावी माहौल के बीच आजसू पार्टी ने झामुमो नेतृत्व वाली हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला है। आजसू के महासचिव सह प्रवक्ता संजय मेहता ने कहा कि सरकार अपने कार्यकाल में जनता से किए किसी भी बड़े वादे को पूरा करने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि झामुमो सरकार ने न केवल जनता का भरोसा तोड़ा, बल्कि अपनी नाकामियों के कारण वोट मांगने का नैतिक अधिकार भी खो दिया है।

श्री मेहता ने कहा कि हेमंत सरकार रोजगार, शिक्षा, नियोजन, विस्थापन, पुनर्वास और कानून व्यवस्था जैसे सभी मोर्चों पर असफल रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने इस सरकार को भारी बहुमत से चुना था, उम्मीद थी कि विकास कार्य होंगे और युवाओं को रोजगार मिलेगा, परंतु सरकार केवल वादों और घोषणाओं में सीमित रह गई।

श्री मेहता ने आरोप लगाया कि नौकरी सृजन, स्थानीय नीति, और निजी क्षेत्र में आरक्षण जैसे मुद्दों पर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। संविदा कर्मियों का नियमितीकरण, शिक्षक नियुक्ति, पेपर लीक रोकथाम तथा ओबीसी आरक्षण के मामलों में भी सरकार का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। विस्थापन और पुनर्वास नीति को लेकर भी सरकार की कोई स्पष्ट योजना नहीं दिखी, जिससे प्रभावित लोग परेशान हैं।

श्री मेहता ने कहा कि पेसा कानून और सरना कोड लागू करने के वादे अब तक अधूरे हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है और भ्रष्टाचार पर कोई अंकुश नहीं लग सका है। उन्होंने आरोप लगाया कि अंचल कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है और आम लोग परेशान हैं।

घाटशिला क्षेत्र का जिक्र करते हुए श्री मेहता ने कहा कि वहाँ की जनता के पास सरकार की कोई ऐसी उपलब्धि नहीं है, जिसके आधार पर झामुमो वोट मांग सके। उन्होंने कहा कि आजसू झारखंड के विकास, युवाओं के रोजगार, आदिवासी हितों की रक्षा और सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टी जनता के बीच जाकर जनमुद्दों की लड़ाई जारी रखेगी और जनता से अपील करेगी कि आगामी चुनाव में इस सरकार को जवाब दे।

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