रांची , नवम्बर 06 -- झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने घाटशिला में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा प्रहार किया।
श्री मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार ने झारखंड को छह वर्षों में एक कदम आगे नहीं बढ़ाया, बल्कि 25 वर्ष पीछे धकेल दिया है। यह सरकार पूरी तरह आदिवासी विरोधी, विकास विरोधी और जनविरोधी है।
श्री मरांडी ने कहा कि यह सरकार केवल नाम की "अबुआ सरकार" है, वास्तव में यह "ठगुवा सरकार" है जिसने झारखंड के युवाओं और आदिवासियों को ठगा है।
श्री मरांडी ने आरोप लगाया कि चाईबासा सदर अस्पताल में थैलसीमिया से पीड़ित पांच आदिवासी बच्चों को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया गया, जो राज्य सरकार की घोर लापरवाही और संवेदनहीनता का उदाहरण है।
मरांडी ने कहा कि इलाज के नाम पर मौत परोसी जा रही है, लेकिन सरकार ने केवल कुछ लोगों को निलंबित कर मामले को दबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मौन साधे बैठे हैं, जबकि स्वास्थ्य मंत्री विपक्ष पर दोष मढ़ने में लगे हैं।
श्री मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार की शुरुआत ही आदिवासियों की हत्या से हुई। 2020 में चाईबासा में सात आदिवासियों की हत्या हुई थी और इसी वर्ष सिद्धू-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या हुई, जो इस सरकार की असफलता का प्रमाण है।
श्री मरांडी ने कहा कि सरकार के संरक्षण में माफिया और घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन लूट रहे हैं, महिलाएं असुरक्षित हैं, जबकि पेंशन, छात्रवृत्ति और रोजगार योजनाएं ठप हैं। वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि पेसा कानून लागू न करके सरकार ने आदिवासियों के अधिकारों का गला घोंटा है।
श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड में ब्लॉक और थाना स्तर पर केवल वसूली हो रही है, जनता परेशान है और विकास के सारे कार्य ठप हैं। श्री मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार जनता के हितों की जगह लूट और भ्रष्टाचार में व्यस्त है, कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है, अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है।
श्री मरांडी ने जनता से अपील की कि भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को विजयी बनाएं, ताकि झारखंड को लूट और भ्रष्टाचार से मुक्ति मिल सके।
श्री मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाकर ग्रामीण इलाकों में वोट बैंक तैयार किया है। सरकार अपने राजनीतिक लाभ के लिए झारखंड की सामाजिक संरचना बदलने का षड्यंत्र कर रही है।
श्री मरांडी ने कहा कि घाटशिला जैसे आरक्षित क्षेत्र में मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर पाँच वर्षों में 29.4 प्रतिशत रही है, जबकि सामान्य वर्ग की केवल 3 प्रतिशत कि यह एक सुनियोजित साजिश है।
उन्होंने बताया कि हेंदलजोरी पंचायत में 174 मुस्लिम महिलाओं को मंईयां योजना निधि की राशि दी गई, जबकि उस पंचायत में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है।
श्री मरांडी ने कहा कि सरकार घुसपैठियों को राशन कार्ड, आधार कार्ड और योजनाओं का लाभ दिला रही है। यह झारखंड की अस्मिता और सम्मान पर हमला है।
श्री मरांडी ने कहा कि अगर अब भी जनता ने इस सरकार को सबक नहीं सिखाया तो यह सरकार झारखंड की अस्मिता और सम्मान को बेच देगी।
श्री मरांडी ने दावा किया कि भाजपा और एनडीए ही झारखंड को भ्रष्टाचार, माफियाओं और घुसपैठियों से मुक्त करा सकते हैं।
इस अवसर पर चुनाव प्रभारी अभय सिंह, जिलाध्यक्ष चंडीचरण साव, अशोक बड़ाईक, सुजन मन्ना सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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