चंडीगढ़ , नवंबर 24 -- हरियाणा के हिसार निवासी जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने करीब 10 बजे राष्ट्रपति भवन में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसी के साथ वे हरियाणा से इस सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचने वाले वह पहले व्यक्ति बन गए।

शपथ ग्रहण के साथ ही हरियाणा में जश्न का माहौल दिखा। हिसार, रोहतक और भिवानी समेत कई जिलों में बार एसोसिएशनों में वकीलों ने सीधा प्रसारण देखा। हिसार में विशेष पूजा की गई और जिला अदालत परिसर में ढोल-नगाड़ों के साथ खुशी मनाई गई। इसी दौरान एक कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश नताशा का वकीलों संग नृत्य करता वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना।

समारोह में मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत के परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे। उनके भाई शिवकांत, ऋषिकांत और देवकांत सहित अन्य रिश्तेदारों ने शपथ ग्रहण देखा। उनकी बड़ी बहन कमला देवी और ससुराल पक्ष के रामप्रताप एवं आरती देवी भी अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।

मुख्य न्यायाधीश बनने से ठीक पहले न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने दिवाली पर बिना किसी औपचारिकता के हिसार के अपने पैतृक गांव पेटवाड़ का भी दौरा किया था। वह अपने पुराने घर में ठहरे और परिवार के सदस्यों तथा बचपन के पुराने परिचितों से मुलाकात की।

न्यायाधीश सूर्यकांत का करियर 1984-85 में हिसार की जिला अदालत से शुरू हुआ था। शुरुआती दिनों में उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ता आत्मा राम बंसल के जूनियर के रूप में कार्य किया। उसी अदालत से सफर शुरू करने वाले न्यायाधीश सूर्यकांत आज देश की न्यायपालिका की सर्वोच्च कुर्सी पर पहुंचे हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित