शिमला , नवंबर 20 -- भारतीय जनता पार्टी ने आगामी विधानसभा सत्र में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में देरी के मुद्दे को जोर शोर से उठाने का मन बनाया है। भाजपा ने सत्र के दौरान ही धर्मशाला में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान भी किया।
विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में संपन्न विधायक दल की बैठक में पंचायत चुनावों में हो रही देरी और अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनी।
राज्य विधायक दल के सचिव रणधीर शर्मा ने बताया कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र 26 नवंबर से धर्मशाला में शुरू हो रहा है जिसमें विपक्ष की योजना राज्य सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर घेरने की है। बारिश के मौसम में आई प्राकृतिक आपदा का अभी तक कोई मुआवजा या राहत प्रभावित लोगों को नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि हम इस मुद्दे पर सरकार को पूरी तरह से घेरेंगे।
श्री शर्मा ने कहा कि राज्य में पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव में देरी करने की सरकार की कोशिशों और उसके चलते चुनाव आयोग के साथ हुए टकराव ने हिमाचल प्रदेश में संवैधानिक संकट पैदा कर दिया है। इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में प्राथमिकता के आधार पर उठाया जाएगा। इसके अलावा राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति और शिक्षा और स्वास्थ्य के गिरते स्तर पर भी विधानसभा में अलग-अलग नियमों के तहत चर्चा की जाएगी।
श्री शर्मा ने बताया कि बैठक में सबसे पहले बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की जीत पर खुशी जताई गई, जिसमें भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। बैठक में बिहार की जनता का इसके लिए धन्यवाद किया गया।
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