शिमला , अक्टूबर 21 -- हिमाचल प्रदेश में शिमला के पास चमियाना स्थित अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल (एआईएमएसएच) के डॉक्टरों ने चिकित्सा कौशल में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए एक महिला की भोजन नली में 23 साल से फंसा हुआ एक सिक्का को निकाल दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 23 वर्षीय महिला ने बचपन में गलती से यह सिक्का निगल लिया था और अब तक वह इस बात से अनभिज्ञ थी। जब उसे भोजन निगलने में लगातार कठिनाई और भूख में कमी का अनुभव होने लगा, तो उसने एआईएमएसएच में चिकित्सा सहायता ली। कई परीक्षणों के बाद, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के विशेषज्ञों ने पाया कि सिक्का उसकी ग्रासनली में गहराई से धंसा हुआ है। यह एक ऐसी दुर्लभ और चुनौतीपूर्ण चिकित्सा स्थिति थी, जिसे अन्य अस्पतालों में पहले किए गए प्रयासों में सफलता नहीं मिली थी।

एआईएमएसएच में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के प्रमुख डॉ. बृज शर्मा के नेतृत्व में डॉ. राजेश शर्मा, डॉ. विशाल बोध और डॉ. आशीष चौहान के साथ डॉक्टरों की एक टीम ने शुक्रवार को सिक्का निकालने के लिए एक जटिल एंडोस्कोपिक सर्जरी की। इस प्रक्रिया में असाधारण सटीकता की आवश्यकता थी, क्योंकि आसपास के ऊतक वर्षों में सख्त और फाइब्रोसिस हो गए थे।

डॉ. शर्मा ने कहा, "यह केवल एक शल्य प्रक्रिया नहीं थी, बल्कि युवती को जिंदगी की एक नई शुरुआत देने का एक मिशन था। सिक्के के कारण गंभीर फाइब्रोसिस हो गया था और हमारी टीम ने इसे बिना किसी जटिलता के निकालने के लिए सावधानीपूर्वक काम किया।" उन्होंने बताया कि महिला अब पूरी तरह से ठीक है और चिकित्सकीय निगरानी में है। अस्पताल के अधिकारियों ने इस ऑपरेशन को नव स्थापित एआईएमएसएच के लिए महत्वपूर्ण बताया है।

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