शिमला , अक्टूबर 03 -- हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भारी मानसूनी बारिश और बाढ़ से हुये व्यापक नुकसान का आकलन करने के लिए आज मनाली का दौरा किया।
राज्यपाल ने कुल्लू और मनाली के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग के बुरी तरह क्षतिग्रस्त हिस्से का निरीक्षण किया और कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर हुई तबाही पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्थानीय निवासियों से बातचीत करने और उनकी शिकायतें सुनने के लिए सोलंग गाँव का भी दौरा किया।
श्री शुक्ला ने ज़ोर देकर कहा कि बाढ़ से भारी तबाही हुयी है और सड़कों तथा आसपास के इलाकों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि कई जगहों पर सड़क दोनों तरफ से क्षतिग्रस्त हो गयी है।
राज्यपाल ने कहा कि उचित मरम्मत और रखरखाव के लिए तत्काल व्यवस्था की आवश्यकता होगी। राज्य सरकार और एनएचएआई अधिकारियों को स्थायी समाधान निकालने के लिए एक संयुक्त बैठक करनी चाहिए।
राज्यपाल ने बिंदु ढांक, मनालसू नाला, आलू मैदान और चौरीबिहाल सहित अन्य प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और जीआरईएफ के अधिकारियों ने उन्हें पुनर्निर्माण और राहत कार्यों की प्रगति से अवगत कराया। सोलंग गाँव में हुए भूस्खलन पर विशेष चिंता व्यक्त करते हुए, श्री शुक्ला ने कहा कि गाँव को बचाना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि कृषि भूमि के बह जाने से लोगों के पुनर्वास का कार्य और भी कठिन हो गया है जिसके लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
राज्यपाल के साथ उनके सचिव सी.पी. वर्मा, उपायुक्त तोरुल एस. रवीश, पुलिस अधीक्षक डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन और बीआरओ तथा जीआरईएफ के अधिकारी मौजूद थे।
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