रायपुर/एएसआर , नवम्बर 19 -- छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की सीमा पर खूंखार नक्सलवादी माडवी हिडमा के बाद कई और बड़े माओवादियों को मार गिराया गया है। पिछले 24 घंटे के भीतर दो मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 13 नक्सलियों को ढेर किया गया है। जिनमें मंगलवार को छह और बुधवार को सात नक्सली को मार गिराया गया।

आंध्र प्रदेश पुलिस ने लगातार दूसरे दिन नक्सलियों को ढेर कर देने में सफलता हासिल की है। आज सुबह मारे गए सात नक्सलियों में सबसे बड़ा नाम जोगा राव उर्फ टेक शंकर उर्फ बाबू उर्फ शिवा का है, जोगा राव साउथ जोनल का कंपनी कमांडर है। मारे गए नक्सलियों में दूसरा बड़ा नाम है - महिला माओवादी ज्योति उर्फ सरिता का, आंध्र प्रदेश पुलिस के मुताबिक ज्योति माओवादियों के पूर्व चीफ नंबाला केशव राव उर्फ बीआर दादा के सुरक्षा टीम में रही है। 32 साल की ज्योति सुकमा जिले के किस्टाराम की रहने वाली थी।

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज ने सभी सात नक्सलियों के प्रोफाइल की पुष्टि की है। इसके अलावा बस्तर रेंज के महानिरीक्षक ने जगदलपुर में संवाददाता को बताया कि सुरेश उर्फ रमेश एरिया कमेटी मेंबर है। जो छत्तीसगढ़ के जगरगुंडा में सक्रिय था उसने एलओएस, एसबीटी, डीवीसी आदि पदों पर काम किया है तथा नक्सलियों के कम्युनिकेशन टीम का सदस्य है। यह टीम साउथ जोनल कमांडर के लिए काम करती थी। लोकेश उर्फ गणेश भी एरिया कमेटी मेंबर है, लोकेश मिलिशिया कमांडर रैंक का नक्सली है, उसकी खासियत ये है कि वह कटकम सुदर्शन उर्फ आनंद दादा की सुरक्षा टीम का मेंबर रहा है। सेनू उर्फ वासु भी जगरगुंडा में ही सक्रिय रहा है सैनू को उप कमांडर के पद पर काम करने का अनुभव है। फिलहाल सैनू भी एरिया कमेटी मेंबर था। महिला माओवादी अनीता और शम्मी दोनों एरिया कमेटी मेंबर सुरक्षाबलों की गोलियों का शिकार हुई हैं।

श्री सुंदरराज ने कहा, "नक्सलियों के पास अंतिम विकल्प आत्मसमर्पण है, नक्सल प्रभावित जिलों की पुलिस बेहद आक्रामक तरीकों से फील्ड पर तैनात है, हम आम लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए नक्सलियों को आकाश- पाताल में भी छुपने नहीं देंगे।"छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश पुलिस की सफलता के बाद कहा था कि माड़वी हिड़मा के मारे जाने से आतंक के अध्याय की समाप्ति हुई है।

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