चंडीगढ़ , अक्टूबर 13 -- ) चंडीगढ़ के हल्लोमाजरा क्षेत्र में पिछले छह महीनों से गंदे और मटमैले पानी की आपूर्ति हो रही है। लोगों का कहना है कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद नगर निगम और प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है।

रिहायशी इलाकों में आने वाला पानी देखने में पेट्रोल जैसा दिखाई देता है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, इसी दूषित पानी के सेवन से उल्टी-दस्त और टाइफाइड जैसी बीमारियां फैल रही हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, अस्पताल में आने वाले कई मरीज हल्लोमाजरा से ही हैं और दूषित पानी के कारण बीमार पड़ रहे हैं।

लोगों का आरोप है कि इस पानी के पीने से अब तक तीन बच्चों की मौत हो चुकी है, लेकिन नगर निगम और प्रशासन के अधिकारी खामोश हैं। स्थिति यह है कि छोटे-बड़े सभी उम्र के लोग बीमारियों की चपेट में हैं।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब वे नियमित रूप से पानी का बिल देते हैं, तो उन्हें साफ पानी मिलना उनका अधिकार है। नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। सड़कें भी बदहाल हैं। बरसात के दिनों में पानी भरने से कीचड़ फैल जाता है, जिससे लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।

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