चंडीगढ़ , अक्टूबर 16 -- कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था की ताज़ा रिपोर्ट बेहद चिंताजनक है और प्रदेश के 450 सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 10 से भी कम रह गयी है, जबकि 1,066 स्कूलों में केवल एक शिक्षक कार्यरत है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि यह स्थिति शिक्षा प्रणाली की गंभीर विफलता को दर्शाती है और सवाल खड़ा करती है कि क्या सरकार धीरे-धीरे सरकारी स्कूलों को बंद करने की नीति पर चल रही है। रिपोर्ट के अनुसार, लड़कियों की तुलना में लड़कों का ड्रॉपआउट रेट ढाई गुना अधिक है। प्रदेश में 14,338 सरकारी स्कूलों में अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, जहां महंगे प्राइवेट स्कूल गरीब परिवारों की पहुंच से बाहर हैं।
उन्होंने बताया कि हरियाणा में 1,21,020 स्वीकृत शिक्षकों के पदों में से 16,840 रिक्त हैं। सरकार बार-बार इन पदों को भरने का दावा करती है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि यह नीतियां सरकारी शिक्षा व्यवस्था को हाशिये पर धकेल रही हैं और इससे भविष्य में सरकारी स्कूलों के बंद होने का खतरा बढ़ सकता है।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों की आत्महत्या की घटनाओं को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सहायक उप निरीक्षक संदीप कुमार की मौत भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के एक सप्ताह बाद हुई, जिससे साबित होता है कि हरियाणा सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है और अधिकारियों का सिस्टम पर भरोसा टूट चुका है।
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