चंडीगढ़ , अक्टूबर 15 -- हरियाणा के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) वरिष्ठ अधिकारी वाई. पूरन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के नौवें दिन बुधवार को पोस्टमॉर्टम प्रक्रिया शुरूहो गयी। दिवंगत अधिकारी की पत्नी एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने सुबह पोस्टमॉर्टम के लिए सहमति दी थी। वह भी इस दौरान चंडीगढ़ पीजीआई में मौजूद हैं।
मेडिकल बोर्ड की टीम पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी कर रही है। यह कार्य मजिस्ट्रेट और फॉरेंसिक बैलिस्टिक विशेषज्ञ की मौजूदगी में किया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि आज शाम तक श्री कुमार का अंतिम संस्कार किया जा सकता है।
पिछले कई दिनों से आईपीएस कुमार के परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था। परिवार का कहना था कि जब तक हरियाणा के पुलिस महानिदेशक और रोहतक के पुलिस अधीक्षक को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक न तो पोस्टमार्टम होगा और न ही अंतिम संस्कार। इस मांग को लेकर परिवार और समर्थक लगातार डटे हुए थे, जिसके कारण मामला सियासी रूप से भी बेहद संवेदनशील हो गया था।
हरियाणा सरकार ने पुलिस महानिदेशक को छुट्टी पर भेज दिया है, जबकि रोहतक पुलिस अधीक्षक पहले ही हटा दिए गए थे। सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के दौरान परिवार के कुछ सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। रिपोर्ट तैयार होने के बाद पार्थिव शरीर को परिवार को सौंप दिया जाएगा।
गौरतलब है कि आईपीएस कुमार ने सात अक्टूबर को आत्महत्या कर ली थी। उनके पास से बरामद सुसाइड नोट में करीब 14 पुलिस अधिकारियों के नाम लिखे पाए गए थे। इसके बाद से ही पूरे हरियाणा पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। इस घटना ने राज्य की राजनीति में भी तूफान ला दिया।
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