हरिद्वार , दिसंबर 05 -- उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों से डीज़ल चोरी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर डीज़ल चोरी का शुक्रवार को एक वीडियो वायरल होने के बाद परिवहन विभाग में हड़कंप मच गया।

सूत्रों केअनुसार हरिद्वार क्षेत्र में लंबे समय से एक संगठित गिरोह सक्रिय है, जो निगम की बसों से डीज़ल निकालकर उसे निजी वाहनों और स्थानीय गैरेजों तक सप्लाई कर रहा है।

जानकारी के मुताबिक, यह रैकेट बस अड्डे के आसपास और रूट के बीच पड़ने वाले सुनसान स्थानों पर सक्रिय रहता है। बस चालक-परिचालक की मिलीभगत से फर्जी एंट्री दर्ज की जाती है और वास्तविक खपत से अधिक डीज़ल दिखाकर बचे हुए ईंधन को चोरी कर बेचा जाता है। कई मामलों में बसों को निर्धारित मार्ग से हटाकर ड्रम या कनस्तरों में डीज़ल निकाले जाने की शिकायतें भी सामने आई हैं। चोरी किया गया ईंधन ट्रकों, मैक्सियों, निजी बसों और कुछ गैरेज संचालकों को सस्ते दाम पर बेचा जाता है। आशंका यह भी जताई जा रही है कि परिवहन विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना इतनी बड़ी स्तर पर डीज़ल चोरी संभव नहीं है।

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