हरिद्वार , सितंबर 05 -- उत्तराखंड के हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को आस्था का जन सैलाब उमड़ा, हरकी पैड़ी पर लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।

धर्मनगरी में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आज सुबह तड़के ब्रह्ममुहूर्त से ही हरकी पैड़ी समेत समूचे गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। दूर-दराज़ क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने मां गंगा के पावन जल में डुबकी लगाकर अखंड पुण्य प्राप्त किया। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से अगणित पापों का नाश होता है और सुख, समृद्धि तथा सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

हरिद्वार के हरकी पैड़ी, कुशावर्त घाट, सुभाषघाट, से लेकर चंडी घाट तक भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। गंगा तट पर हर-हर गंगे, जय मां गंगे के जयकारों से वातावरण आध्यात्मिक रंग में रंगा रहा। श्रद्धालुओं ने दीपदान कर परिवार की मंगल कामनाएं कीं और भगवान विष्णु तथा मां गंगा की पूजा-अर्चना की।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि आज के दिन स्नान करने से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। साथ ही दीप दान करने से अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है। आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए। संपूर्ण मेला क्षेत्र को 11 ज़ोन और 36 सेक्टर में विभाजित किया गया। जल पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फ्लड रेस्क्यू टीम के साथ ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की गई। हर की पैड़ी क्षेत्र में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई।

कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली पर गंगा स्नान करने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ के हरिद्वार पहुंचने से पूरा शहर जाम से जूझ रहा है। हाईवे पर बड़ी संख्या में देश भर से आए वाहनों खासकर दिल्ली, हरियाणा,पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि से बड़ी संख्या में आ रहे वाहनों के कारण जाम की स्थिति बनी हुई है, जगह-जगह जाम से यहां यात्री भी परेशान हो रहे हैं वही पुलिसकर्मियों को भी इस जाम से जूझना पड़ा है।

हालांकि पुलिस प्रशासन ने जाम से निपटने के लिए ट्रैफिक प्लान भी बनाया है और उसे लागू भी किया है मगर ट्रैफिक प्लान भी नाकाफी साबित हो रहा है और इससे यात्रियों को कोई लाभ होता दिखाई नहीं दे रहा है।

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