हरिद्वार , नवम्बर 21 -- नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान को जनआंदोलन का स्वरूप देने के उद्देश्य से शुक्रवार को रोशनाबाद पुलिस कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार के निर्देशन में सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) एवं क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन जितेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नगर क्षेत्र के विभिन्न इंटर कॉलेजों एवं शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्यों एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में जनपदीय मादक द्रव्य-विरोधी कार्य बल (एएनटीएफ) टीम भी उपस्थित रही।
एएसपी चौधरी ने कहा कि भविष्य के नागरिकों को नशे से दूर रखना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। पुलिस का प्रयास है कि शिक्षण संस्थान और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण तैयार करें। उन्होंने शिक्षण संस्थानों से अपेक्षा जताई कि वे अपने-अपने परिसर में नशा-विरोधी समिति एवं नशा विरोधी क्लब अनिवार्य रूप से गठित करें, ताकि छात्रों में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता निरंतर बढ़ सके।
बैठक में सभी स्कूलों व कॉलेजों को निर्देशित किया गया कि वे छात्रों से नशीली दवाओं के विरुद्ध घोषणा फॉर्म एवं सहमति पत्र भरवाएँ। इन सहमति पत्रों के आधार पर कुछ छात्रों का रैंडम एंटी ड्रग सैंपल टेस्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) हरिद्वार की देखरेख में किया जाएगा, ताकि समय रहते नशे की गिरफ्त में आए बच्चों की पहचान कर उन्हें सही काउंसलिंग उपलब्ध कराई जा सके।
बैठक के दौरान विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव व चुनौतियाँ भी साझा कीं, जिनके निराकरण हेतु संबंधित थाना प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
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